Fri. Jul 26th, 2024

    आज दोस्तों मे आपको बताने वाला हूँ उत्तराखंड की बहुत ही प्यारी जगह के बारे मे जिसे Phulon Ki Ghati कहते है यह घाटी देव भूमि उत्तराखण्ड चमोली जिले मे है यह बहुत ही सुन्दर जगह है दोस्तों यहाँ पर आपको बेहद सुन्दर नज़ारा देखने को मिलता है ऊचे ऊचे पहाड़ देखने को मिलेगे यहाँ पर आपको तरह तरह के फूल देखने को मिलते है जो दिखने मे बेहद सुन्दर होते है Phulon Ki Ghati मे आपको हर जगह पर हरयाली ही हरयाली देखने को मिलेगी और उसके साथ साथ आपको हर तरह के फूल देखने को मिलेगे आओ जानते है यहाँ पर पंहुचा कैसे जाये

    Phulon Ki Ghati  तक पहुचने का रास्ता

    अगर आप दिल्ली से आ रहे है तो आपको पहले हरिद्वार आना पड़ेगा जो की दिल्ली से 220 किलोमीटर की दुरी पर है हरिद्वार से आपको फिर ऋषिकेश जाना पड़ेगा हरिद्वार से ऋषिकेश की दुरी 22 किलोमीटर है फिर आपको ऋषिकेश से जोशीमठ जाना पड़ेगा ऋषिकेश से जोशीमठ की दूरी 256 किलोमीटर है आपको जोशीमठ से गोबिन्द्घाट जाना पड़ेगा जो की जोशीमठ से गोबिन्द्घाट 19 किलोमीटर है जोशीमठ से गोबिन्द्घाट आप sharing जीप करके जा सकते है गोबिन्द्घाट से फिर आपको 15 किलोमीटर की ट्रेकिंग करके Phulon Ki Ghati पहुंचना होता है

    Phulon Ki Ghati

    गोबिन्द्घाट से आप जब ट्रेकिंग करके जाते है तो 12 किलोमीटर की दूरी पर आपको घांनघरिया गाँव मिलता है वह एक रिमोट area है यहाँ पर अगर आप रहना चाहते हो तो आपको यहाँ पर रहने के लिए रूम मिल जाते है phulon की घाटी सुबह 7 बजे खुल जाती है और आप पूरा दिन वहां पर आराम से घूम सकते हो और आप Phulon Ki Ghati  मे रुक नहीं सकते है आपको वापिस घांनघरिया गाँव आना पड़ता है यहाँ से आप हेमकुंट साहिब भी जा सकते है जो की घांनघरिया गाँव से 6 किलोमीटर की दूरी है

    घांनघरिया गाँव मैं रहने का खर्चा

    घांनघरिया गाँव मे होटल मे रहने का खर्चा आपका 1000 से 1500 रूपये है 2 लोगों का खाने का खर्चा 3 दिन का 2000-2500  तक आ सकता है Phulon Ki Ghati  मे एन्ट्री टिकट आपकी 150 rs एक बन्दे की है अगर आप अगस्त और सितम्बर मे जा रहे है तो रेन कोट रखना न भूले क्यूँ की यहाँ बारिश वाला मौसम होता है और कभी भी बारिश आ सकती है ठन्डे कपडे साथ मे जरुर रखे क्यूँ की यहाँ पर बहुत ठण्ड भी होती है बर्फ भी आपको देखने को मिल सकती है और जरुरत के खाने का सामान अपने साथ जरुर रखे

    Phulon Ki Ghati

    घांनघरिया गाँव से Phulon Ki Ghati का सफ़र

    जोशीमठ से आपको घांनघरिया गाँव तक ट्रेकिंग करके जाना पता है यहाँ रस्ते मे आपको बहुत ही सुन्दर नज़ारा देखने को मिलता है सुन्दर वादियाँ हरयाली देखने को मिलती है आप यहाँ पर प्राक्रतिक अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है यह जगह स्वर्ग से कम नहीं है दूर से ही आपको पहाड़ो पर बर्फ देखने को मिल जाती है और अगर ट्रेकिंग करते बारिश आ जाये तो ट्रेकिंग करने का मज़ा ही और होता है दोस्तों

    Phulon Ki Ghati

    आपको रस्ते मे चलते चलते नदी मे बहता हुआ पानी दिखता है जब आप पानी के ऊपर बने पुल से गुज़रते हो तो बहुत ही सुन्दर अद्भुत नज़ारा देखने का होता है जैसे जैसे घांनघरिया गाँव की पास आप  पहुचने लगते हो आपको सुन्दर फूल और अच्छे अच्छे Views देखने को मिलने लग जाते है बारिश के बाद मौसम यहाँ का इतना मस्त हो जाता है आप भी कहोगे वाह !

    जब आप ट्रेकिंग करते हुए जाते हो और जब आपको सुन्दर views दिखते है तो आपको चलते चलते पता ही नहीं चलेगा की आप कब घांनघरिया गाँव तक पहूच गये आपको ट्रेकिंग करते हुए रस्ते मे बहुत सुन्दर पुष्पावती नदी देखने को मिलती है नदी के गुज़रते ही आपको सुन्दर सुन्दर फूल देखने को मिल जाते है दूर दूर तक अगर आप देखोगे तो आपको हरयाली देखने को मिलेगी बादलों की तरफ देखोगे तो आपको पूरा वाइट बादल देखने को मिलेगा धीरे धीरे बादलों का आपके साथ चलना बेहतरीन नज़ारा होता है

    Phulon ki Ghati की खोज

    महाभारत काल में भी इसका वर्णन नंदन वन नाम से होता आ रहा है  इस जगह का पता पर्वता रोही फ्रेंक समित ने 1931 मे लगाया उन्हें जगह फूलों की घाटी इतनी पसंद आये की उन्होंने इसके नाम पर एक बुक भी लिख दी जिसका नाम “The Velly Of Flowers” था  Phulon Ki Ghati मे जुलाई से लेकर सितम्बर तक 500 से भी ज्यादा प्रजातियों के फूल खिलते है इस समय ये velly रंगीन हो जाती है इसकी इसी खूबसूरती को देख कर यूनिस्को ने इसे विश्व धरोहर और नेशनल पार्क घोषित कर दिया और इसे फूलों की घाटी भी कहा जाने लगा इस घाटी मे 112 से भी ज्यादा औषधियाँ दुलब प्रजातियों की वनस्पतियाँ पाई जाती है

    Phulon Ki Ghati

    आप कभी भी यहाँ के फूल को तोड़ कर खाने की गलती कभी मत करना इन्हें तोडना सख्त मना है और ये विशैली भी हो सकती है फूलो की सब से दुर्लभ प्रजाति ब्रमः कमल जो की बिना पानी के उगता है यहाँ पर आपको जगह जगह देखने को मिल जायेगा यहाँ पर कुछ फूल ऐसे भी है जो जुलाई से अगस्त तक खिले है और सितम्बर मे अपना अस्तित्व खो कर नए फूलों को जगह दे देते है यहाँ पर आपको ब्लैक बियर भी देखने को मिल जाते है ये Phulon Ki Ghati सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक ही खुली रहती है यहाँ पर शाम को रुकने की मनाही है यहाँ पर रहने की कोई भी व्यवस्था नहीं है

    यह जगह बहुत ही सुन्दर है यहाँ के सुन्दर नज़ारे को देख कर मन खुश हो ही जाता है हर जगह रंगीन फूलों से भरी दिखाई देती है यहाँ पर लोग दूर दूर से इस घाटी को देखने आते है और ट्रेकिंग का आनंद भी लेते है यह जगह बहुत ही सुन्दर दिखाई देती है यहाँ पर बारिश मे ट्रेकिंग करने का अपना ही मज़ा है सुन्दर सुन्दर पर्वतों का नज़ारा देखने को मिलता है  फूलों की घाटी बेहद सुन्दर है चारों तरफ तरह तरह के फूल देखने को मिल जाते है आप बारिश के मौसम मे आकाश की और देखते है तो आपको बेहतरीन प्राकिरतिक नज़ारा देखने को मिलता है यहाँ का मौसम बहुत ही अच्छा होता है  आप सबको भी एक बार इस जगह को देखने आना चाहिए बहुत ही सुन्दर जगह है यहाँ सुन्दर नज़ारा देखने का समय अगस्त और सितम्बर का महीना है .चित्र देख कर आप अंदाज़ा लगा सकते है की ये कितनी सुन्दर जगह है  

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