Web 3.0 क्या है इसे आसान भाषा में समझे

जब Web 1.0 Version की शुरुवात 1980 में शुरू हुई थी तब आप सिर्फ वेबसाइट पर जो भी डाटा या ब्लॉग होता था उसे आप सिर्फ पढ़ पाते थे उस समय वेबसाइट बहुत धीरे लोड हुआ करती थी

Web 1.0 इटरनेट का ऐसा Version था  जिस पर आप इसके इलावा और कुछ नहीं कर सकते थे और न ही आप किसी के साथ कनेक्ट हो पाते थे इन्हें हम Normal Static Website भी कहते हैं

उसके बाद सन 2000 के दशक में  Web 2.0 Version का आविष्कार किया गया इस इन्टरनेट Version पर कई नई चीजे शामिल थी

Web 2.0 version में कोई भी इंसान इन्टरनेट पर Game खेल सकता था सोशल साईट पर अपना अकाउंट बना कर एक दुसरे से ऑनलाइन बातें कर सकता था

Web 2.0 version का आविष्कार  Darcy Dinucci द्वारा  किया गया था यह Dynamic & Interactive Website थी जो आपको अनुमति देता था की आप वेबसाइट पर कमेंट भी कर सकते हैं

Web 2.0 version में आपको फ़ास्ट स्पीड इन्टरनेट मिला है जिसके द्वारा आप किसी के साथ भी विडियो कालिंग करके बात कर सकते हो एक दुसरे के साथ कनेक्ट रह सकते हो

अभी जो इन्टरनेट Web 2.0 version में खामियां है  जिसे हम आज इस्तेमाल कर रहे हैं उनको दूर करने के लिए सन 2010 में Web 3.0 version का विकास किया जा रहा है

अब जल्दी ही Web 3.0 version की शुरुवात होने वाली है ये एक ऐसा इन्टरनेट सिस्टम होगा जो एक ब्लॉकचैन के ऊपर होगा

Web 3.0 version एक Decenterlized इन्टरनेट होगा जिसमें आपका डाटा एक नीजी कंपनी के पास नहीं होगा

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में डाटा कभी भी एक सिस्टम में सेव नहीं होता है ये अलग अलग सर्वर पूरी दुनिया में होते हैं जिसमें थोडा थोडा डाटा सेव किया जाता है इसलिए इसे जल्दी हैक कर पाना नामुमकिन होता है

Web 3.0 version ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में आप क्रिप्टोकरेंसी का भी इस्तेमाल कर पाएंगे जिसका इंतजार सभी को है