भारतीय रिजर्व बैंक ने त्योहारों के मौसम में लोगों को झटका दे दिया है

आज शक्तिकांत दास आरबीआई गवर्नर  की अध्यक्षता में मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक हुई है

इस बैठक के बाद रेपो रेट में बढ़होतरी की गई है जो आम जनता के लिए ज्यादा बताया जा रहा है

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट लगातार चौथी बार बढ़ाये गए हैं सिर्फ 2020 में Covid के समय जनता को रहत देने के लिए कम किये गए थे

भारतीय रिजर्व बैंक बाकि बैंकों को शॉर्ट टर्म फंडिंग की जरुरत को पूरा करने लिए पैसा उधार देता है

भारतीय रिजर्व बैंक ने inflation पर काबू पाने के लिए ऐसा किया है दुनिया भर में inflation बड़ने के कारण बाजारों की अर्थव्यवस्था में काफी बुरा असर डाला है

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि भारत अभी बेहतर स्थिति में चल रहा है उनका कहना है कि दो साल के अन्दर inflation 4% आने की उम्मीद है

आरबीआई के द्वारा अब रेपो रेट को  5.4% से बढ़कर 5.9% कर दी गई है और पहले 2023 में जीडीपी का अनुमान 7.2 लगाया था अब उसे भी घटा कर 7 कर दिया गया है

अब आप सोच रहे होंगे इसे आम जनता पर क्या असर पड़ेगा इसे लोन पर जाने वाली EMI बढ़ेगी क्यूंकि रेपो रेट वो दर होती है जिस पर सभी बैंकों को कर्ज दिया जाता है

दुनियाभर के सभी सेंट्रल बैंकों ने inflation को कम करने के लिए ब्याज दरों में इजाफा करना पढ़ा है

अमेरिका में भी inflation को कम करने के लिए 22 सितंबर को FOMC मीटिंग में ब्याज दर को बढाया गया

जिसके कारण उनकी डोलर करेंसी बेहतर हुई है और रुपया करेंसी पर असर देखने को मिला है

अमेरिका के ब्याज दर बढ़ाने के कारण कमोडिटी मार्किट में सोने और चांदी के भाव पर काफी असर पढ़ा है जिसके कारण उनकी कीमत पर काफी गिरावट देखने को मिली है