दोस्तों अगर आप
क्रडिट कार्ड
और डेबिट
कार्ड
का इस्तेमाल करते हो तो ये खबर आपके
लिए
है
नोटबंदी और
कोरोना
काल के बाद
ऑनलाइन
पेमेंट बहुत ही तेजी से बड़ा है लोग अब ज्यादातर
ऑनलाइन
पेमेंट
करना
पसंद करते हैं
जब भी हम क्रडिट कार्ड और
डेबिट
कार्ड का
इस्तेमाल
ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए
करते
हैं तो
धोखाधड़ी
होने के काफी चांस होते हैं
इस
धोखाधड़ी
को रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने Card Tokenization
सिस्टम लॉन्च
करने का फैसला किया है
पहले ये सिस्टम
30 जून
को शुरू होने
वाला
था पर किसी वजह से इसकी तारीक को
आगे बड़ा
दिया गया है
Card Tokenization को
1 अक्टूबर
को
लॉन्च करने
की तारीक बताई जा रही है
Card
Tokenization
सिस्टम को लॉन्च करने का कारण
धोखाधड़ी
को
रोकना
है आये दिन ऑनलाइन धोखाधड़ी के केस
सामने आते
रहते हैं
पहले हम जब ऑनलाइन
पेमेंट
करते थे तो हमारे
क्रेडिट
कार्ड या डेबिट कार्ड की डिटेल्स मर्चेंट के
पास चली
जाती थी
अब
टोकनाइजेशन
सिस्टम होने के बाद मर्चेंट के पास एक
यूनिक कोड
जायेगा
आपके
कार्ड की डिटेल्स नहीं जाएगी
सभी
कंपनियों
ने जो कार्ड
होल्डर्स
की सेव डिटेल्स को
हटाना
पड़ेगा जब भी
जितनी
बार भी आप पेमेंट करेंगे अलग टोकन
कोड
जायेगा