मार्स ऑर्बिटर मिशन (MOM) 5 नवंबर, 2013 को लॉन्च किया गया था इसे 300 दिनों अंतर्ग्रहीय यात्रा के बाद मंगल ग्रह पर डाला गया था

ISRO ने 3 अक्टूबर को बताया कि मार्स ऑर्बिटर यान का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया है

इसरो ने कहा की निरंतर बिजली उत्पादन के लिए "वांछित ऊंचाई बिंदु" हासिल नहीं किया जा सका है

उन्होंने कहा इस मिशन को ग्रहों की खोज के इतिहास में एक उल्लेखनीय तकनीकी और वैज्ञानिक उपलब्धि के रूप में माना जाएगा

इसरो ने कहा अप्रैल 2022  में लंबे ग्रहण के कारण इसका ग्राउंड स्टेशन से संपर्क टूट गया था

ISRO ने कहा की इसे 6 महीने के लिए छह महीने के जीवन-काल के लिए डिज़ाइन किए जाने के बावजूद यह आठ साल तक रहा है

ईंधन और बैटरी खत्म होने के कारण मार्स ऑर्बिटर मिशन  8 साल बाद खत्म कर दिया गया अब मंगलयान से अब किसी तरह की सूचना नहीं आयेगी

भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है जो एक ही बार में सीधे मंगल ग्रह (Mars) तक पहुंचा था

ISRO मंगल ग्रह की ग्रहपथ में अपने आठ साल पूरे होने का जश्न मना रहा था

ISRO इन कहा है कि अब मार्स ऑर्बिटर मिशन (MOM) को समाप्त कर दिया गया है