CBDC का पूरा नाम सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है यहं देश की फ़िएट करेंसी का डिजिटल रूप है और इसे लीगल टेंडर भी कहा जा सकता है जिसे सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होगी
इस डिजिटल करेंसी को रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा जारी और नियंत्रित किया जायेगा इसे हम डिजिटल रुपए के रूप में देख सकते हैं
आज के समय में हम क्रिप्टोकरेंसी को रखने के लिए एक्सचेंज या डिजिटल वॉलेट का इस्तेमाल करते है उसी तरह इसे भी रखने के लिए डिजिटल वॉलेट का इस्तेमाल किया जायेगा
यह डिजिटल रुपया क्रिप्टोकरेंसी से बिलकुल अलग है वो इस लिए क्यूंकि इसे रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त होगी
क्रिप्टोकरेंसी को सरकार ,बैंक और जिसने भी इसे बनाया उसके द्वारा भी नियंत्रित नहीं किया जा सकता है ये डिसेंट्रलाईज़ेड करेंसी है
जब भी आप ऑनलाइन पैसे का लेन देन करते हैं तो वो एक बैंक के द्वारा किया जाता है एक खाते से पैसे निकाल कर दूसरे को भेजे जाते हैं जिसका रिकॉर्ड बैंक द्वारा रखा जाता है
डिजिटल करेंसी का जब भी लेन देन किया जायेगा उसका रिकॉर्ड रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा रखा जायेगा पूरी तरह से उनका इसके ऊपर कंट्रोल होगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा कहा गया है कि अगले साल 2023 में रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा डिजिटल रुपया लॉन्च किया जायेगा
इससे डिजिटल इकोनॉमी को एक महत्वपूर्ण बूस्ट मिलेगा इसे एक बार जारी किया जायेगा तो ये हमेशा रहेगी इन्हें बदला या कागज की तरह फाड़ा नहीं जा सकता है
आज के समय में जैसे रूपये या नोट को कोई लेने से कोई मना नहीं करता है वैसे ही भविष्य में जब ये डिजिटल रुपया लॉन्च होगा इसे भी सरकार और आरबीआई द्वारा मान्यता प्राप्त होगी