वैली ऑफ़ फ्लावर्स से 3,658 मीटर की ऊंचाई पर भूंदर घाटी में स्थित है यहाँ आपको फूलों की 400 से ज्यादा प्रजातियां देख सकते है यह ट्रेक पुष्पावती नदी के साथ घने जंगलों से होकर गुजरता है
केदारकांठा ट्रैक उत्तराखंड में सबसे लोकप्रिय शीतकालीन ट्रैक है सर्दियों के दौरान यहाँ पर आपको बर्फ से ढके पहाड़ियाँ देखने को मिलती है यह ट्रैक शंकरी से 20 किलोमीटर का है
केदारताली उत्तराखंड की सबसे ऊंची झीलों में से एक है केदार ताल झील केदार ग्लेशियर के पिघलने से बनती है इसे शिवों की झील के रूप में भी माना जाता है यह ट्रैक गंगोत्री से 18 किमी है
हर की दून उत्तराखण्ड में उत्तरकाशी जिले के गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है यह ट्रैक शंकरी से 56 किमी होता है जिसे पूरा करने में कम से कम 7 दिन लगते हैं
दयारा बुग्याल का ट्रैक की शुरुवात बारसू गांव से होती है बारसू गांव से इस ट्रैक की दूरी 9 किमी है यह जगह उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सबसे खूबसूरत घास के मैदानों में से एक है
रुद्रनाथ ट्रैक गोपेश्वर से 3 किमी सागर गांव से शुरू होता है सागर गांव से रुद्रनाथ ट्रैक 18 किमी की ट्रैकिंग है आप यहाँ से ट्रेकिंग करते हुए घने जगलों से गुजरते हो
देवरियाताल ट्रैक सबसे छोटा ट्रैक है जिसे आप 2 घंटे में पूरा कर सकते है क्यूंकि यह ट्रैक केवल 2 किमी से थोडा ज्यादा है यह ट्रैक रुद्रप्रयाग जिले में सारी गाँव से शुरू होता है
टेक्सी में ऋषिकेश से चोपटा पहुचने के लिए आपको 5 घंटे लगते हैं चोपटा से आप तुंगनाथ और चंद्रशिला ट्रेक कर सकते हैं चोपटा से तुंगनाथ 3 किमी और चंद्रशिला 5 किमी है
पिंडारी ग्लेशियर कुमाऊँ हिमालय में नन्दा देवी शिखर के पास स्थित है लोहारखेत से पिंडारी ग्लेशियर 28 किमी की दुरी पर है यहाँ से आपको बहुत ही सुंदर पहाड़ो का नज़ारा दिखता है
मिलाम ग्लेशियर का ट्रैक मुनस्यारी से शुरू है मुनस्यारी से मिलाम ग्लेशियर की दूरी 60 किमी है यह जगह पिथौरागढ़ कुमाऊं में स्थित है