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bank cheque book क्या है ? कितने प्रकार के होते है

हमारे भारत मैं बहुत बैंक है और सभी bank Cheque book का प्रयोग करते है bank cheque book एक ऐसा दस्तावेज होता है जिसे खुद बैंक खाता धारक को प्रमाणित करता है जिसके दवारा बैंक का customer अपने बैंक खाते से चैक को भर के अपने खाते से पैसे निकाल सकता है

bank Cheque book का इस्तेमाल वही व्यक्ति कर सकता है जिसका बैंक मैं खाता हो चैक के ऊपर आपको डेट self या जिस व्यक्ति को आप चैक दे रहे है उसका नाम और इंग्लिश या हिंदी मैं चैक की संख्या को लिखते है उसके बाद दूसरे डब्बे मैं आप गणित मैं पैसे निकलने की संख्या लिखते है उसके बाद आखिर मैं आप अपने हस्ताक्षर करते है इस तरह से आप अपना चैक पूरी तरह से भर सकते है

जब आप अपने खाते से पैसे निकाल रहे होते है तो आपको चैक के ऊपर Self लिखना होता है और अगर आप चैक किसी और को दे रहे हो तो उस व्यक्ति का नाम लिखना होता है इस से यह पता लग जाता है की आप पैसे अपने लिए निकाल रहे हो यह किसी और को दे रहे हो कभी कभी ऐसा होता की आप खुद पैसे लेने बैंक नहीं जा सकते है उस समय आप किसी को भी उसका नाम लिख कर चैक दे सकते है तब वो व्यक्ति आपके खाते से बैंक के कर्मचारी दवारा बैंक मैं चैक दे कर पैसे निकाल सकते है .

बड़ी companies अपने पेमेंट्स चैक के दवारा ही करती है जब भी आपको किसी भी चीज की पेमेंट करनी हो तो आप चैक के दवारा कर सकते है जैसे बिजली का बिल , पानी का बिल, क्रेडिट कार्ड का बिल, LIC policy या किसी भी तरह की पेमेंट है वो आप चैक के जरिये कर सकते है .

bank cheque book कैसे अप्लाई कर सकते है (How to apply a bank cheque book)

चैक बुक आप दो तरह से अप्लाई कर सकते है एक offline रिक्वेस्ट चैक बुक होती है दूसरी    online रिक्वेस्ट चैक बुक होती है

  1. Offline रिक्वेस्ट चैक बुक – offline चैक बुक मैं आपको ब्रांच मैं जाना पड़ता है जहाँ पर आपका बैंक खाता है और वहां पर बैंक के दवारा आपको एक form दिया जाता है जिसमें आपको अपना नाम ,पता ,बैंक खाता नंबर और हस्ताक्षर करने होते है और ये रिक्वेस्ट बैंक कर्मी अपने बैंक के system मैं update करता है और फिर आपकी चैक बुक बैंक दवारा दिए गए समय पर घर पर आती है अगर उस बैंक मैं हाथो हाथ देने का नियम है तो वो आपको साथ के साथ आपको चैक बुक दे सकते है वर्ना आपको घर पर चैक बुक आने का इंतजार करना पड़ेगा .
  2. Online रिक्वेस्ट चैक बुक – online रिक्वेस्ट चैक बुक मैं आप घर पर ही बैठ के net banking दवारा या अगर अपने बैंक की application डाउनलोड कर रखी है तो आप उस पर अकाउंट बना कर घर से ही अपनी form में ऑनलाइन डिटेल्स डाल सकते है और जब आप उसको submit करेंगे तो वो चैक बुक रिक्वेस्ट online माध्यम से बैंक कर्मी के पास बैंक मैं चली जाएगी और आपको वो चैक बुक आपके डाले हुए पते पर भेज देंगे इसे online रिक्वेस्ट चैक बुक कहा जाता है.

bank cheque book कितने प्रकार के होते है

खाता पेयी चैक (Account payee cheque)

जब चैक के कोने पर आप दो लाइन खीच देते है चैक के उस लाइन के अंदर आप A/c pay only लिख देते है  तो उसे खाता पेयी चैक कहा जाता है ये चैक बहुत सुरक्षित माना जाता है इस चैक को कोई भी व्यक्ति अपने अकाउंट मैं ही डलवा सकता है यह चैक उसी खाते मैं होगा जिसका उपर नाम लिखा जायेगा इसे हर कोई व्यक्ति इस चैक को अपने खाते मैं नहीं डलवा सकता है

बेयरर चैक(Bearer cheque)

यह चैक लेने देन के लिए प्रयोग किया जाता है यह चैक जो किसी खास आदमी के नाम से होता है जिसे वाहक चैक भी कहा जाता है इस चैक के लिए कोई पहचान की जरुरत नहीं होती है इस चैक को आप बैंक मैं जा कर कैश करवा सकते है ये चैक नकदी लेन देन के लिए प्रयोग किया जाता है.

क्रोस चैक(Cross cheque)

bank cheque book की ऊपर हिस्से पर दो समानांतर रेखाएं होती है इस चैक का भुगतान नकद मे नहीं होता है इस प्रकार का चैक का भुगतान सिर्फ खाते मैं ही होता है इस चैक को बैंक मैं जाकर ही देना पड़ता है ताकि दूसरा खाता धारक इसे अपने खाते मैं डलवा सके .

आर्डर चैक(Order cheque)

यह वो चैक होता है जो की किसी विशेष व्यक्ति को दिया जाता है इस cheque मैं bearer शब्द को काट दिया जाता है और उसकी जगह पर order लिख दिया जाता है इस प्रकार के चैक मैं भुकतान आईडी नंबर या नामांकित भुकतानकर्ता के हस्ताक्षर से किया जाता है

ओपन चैक(Open cheque)

ओपन चैक एक क्रोस चैक नहीं है जो चैक की प्रस्तुति पर बैंक चैक का भुगतान दे ओपन चैक मे जिस व्यक्ति का नाम उपर लिखा होता है वो आदमी  बैंक मैं जा कर उस चैक को देता है और बैंक कर्मी उसका चैक के पीछे हस्ताक्षर ले कर उसे नकदी पैसे दे देता है और अगर खाता धारक चाहे तो अपने खाते मैं भी डलवा सकता है

स्टेल चैक(Stale cheque)

bank cheque book के नियम के अनुसार इस चैक पर डेट डाल कर दिया जाता है और इस चैक की अवधि 3 महीने की होती है और 3 महीने से पहले इस को क्लियर करवाना पड़ता है अगर आपका समय 3 महीने से उपर हो गया तो उस चैक को स्टेल चैक कहा जाता है इस चैक को बैंक नहीं लेता है और आपको नया चैक देना पड़ता है

पोस्ट डेटेड चैक(Post dated cheque)

जब कोई व्यक्ति चैक के उपर आपको आगे की डेट डाल कर देता है तो उस डेट पर ही वो चैक क्लियर होगा यह चैक उस डेट के बाद क्लियर होगा  आप उस चैक को उस डेट से पहले क्लियर नहीं करवा सकते है

एंटी डेट चैक(Anti dated cheque)

यह चैक की डेट बैंक मैं देने से पहले की होती है और इस चैक की अवधि तीन महीने की होती है तो इसे तीन महीने से पहले बैंक मे देना होता है

ब्लैंक चैक(Blank cheque)

इस प्रकार के चैक पर आदेशक अपने हस्ताक्षर करता है और बाकी सारे चैक को वो खाली छोड़ देता है उसे ही ब्लैंक  चैक कहा जाता है

आउटस्टैंडिंग चैक(Outstanding cheque)

एक चैक जो company के दवारा दर्ज करवाया गया है लेकिन उस चैक को बैंक मैं नहीं दिया गया है और उसे company के खाते से डेबिट भी नहीं किया गया है उसे आउटस्टैंडिंग चैक कहा जाता है

सेल्फ चैक(Self cheque)

सेल्फ चैक मैं व्यक्ति चैक के उपर अपना नाम या सेल्फ लिख कर पैसे निकल सकता है ये पैसे उसी को दिए जाते है जिसका खाते का चैक है इस चैक का पैसा वही से मिलेगा जहाँ पर खाता धारक का बैंक खाता है किसी दुसरे बैंक से आपको इस चैक को कैश आप नहीं करवा सकते है

लोकल चैक(Local cheque)

लोकल चैक वह होता है जैसे मैंने आपको लोकल शहर का चैक दिया है तो उसे उसी शहर के अंदर क्लियर करवाना होता है उसे लोकल चैक कहा जाता है और अगर इस चैक को हम किसी और शहर मैं क्लियर करवाते है तो हमें उसका अलग से चार्ज देना होता है वो बैंक के नियमो पर आधारित होता है की कितना चार्ज बैंक आप से लेता है ये आप बैंक कर्मी से पूछ सकते है

आउटस्टेशन चैक (Outstation cheque)

अगर किसी एक शहर के  बैंक खाते के चैक को दुसरे शहर मैं जाकर क्लियर करवाया जाता है तो उसे आउटस्टेशन चैक कहा जाता है बैंक के नियम के अनुसार जो चार्ज बनता है वो ले लेती है और चैक को क्लियर कर देती है .

एट पार चैक(At par cheque)

यह चैक जो पुरे देश मैं सम्बंधित बैंक की सभी शाखाओं में दिया जा सकता है इसमें आपको बहार की शाखाओं मैं क्लियर करवाने पर कोई चार्ज नहीं देना पड़ता है उसे एट पार चैक कहा जाता है  

 

बाउंस चैक(Bounce cheque)

जब किसी व्यक्ति को आप चैक डिटेल्स भर कर  देते है और वो डिटेल्स जब बैंक के नियम अनुसार नहीं भरी होती यह आपके हस्ताक्षर मिल नहीं रहे होते है तो बैंक कर्मी उस चैक का भुकतान नहीं करता है उसे बाउंस चैक कहा जाता है बाउंस चैक होने पर बाउंस चार्ज आपके खाते से काट लिया जाता है .

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