प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के बारे में अनसुने बातें जानिए
अल्बर्ट आइंस्टीन के जन्म दिन को जीनियस डे के नाम से मनाया जाता है
अल्बर्ट आइंस्टीन के दिमाग में एक औसत इंसान के दिमाग में मौजूद सेल से कई ज्यादा सेल थे इसी वजह से वो इतने बुद्धिमान थे
अल्बर्ट आइंस्टीन एक बच्चे की तरह धीमी गति से सिखने वाले और बहुत धीरे धीरे बोलते थे
अल्बर्ट आइंस्टीन के शव का पोस्टमार्टम करने वाले पैथोलॉजिस्ट ने उनका दिमाग चुरा कर 20 साल तक एक जार में रखा था
1975 में उनके बेटे हँस की आज्ञा से उनके दिमाग के 240 सैंपल कई वैज्ञानिकों के पास भेजा गया जिन्हें देखने के बाद उन्होंने पाया कि उनके दिमाग में आम इंसान से ज्यादा सेल थे
अल्बर्ट आइंस्टीन की पूर्व पत्नी को तलाक के समझौते के रूप में उनके नोबेल पुरस्कार द्वारा मिले पैसे दिए गए थे
अल्बर्ट आइंस्टीन को इजराइल के द्वारा राष्ट्रपति पद के पेशकश की गई थी पर उन्होंने इस पद को लेने से मना कर दिया था
अल्बर्ट आइंस्टीन को कभी भी सापेक्षता के लिए नोबेल पुरस्कार नहीं मिला उन्हें 1922 में सैद्धांतिक भौतिकी और फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव के कानून की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था
अल्बर्ट आइंस्टीन की आँखों की पुतलियों को न्युयोर्क में एक तिजोरी में रखा गया है
अल्बर्ट आइंस्टीन के महान वैज्ञानिक होने के बावजूद भी उनके पास खुद की कोई कार नहीं थी और न ही उन्होंने कभी कार को चलाना सीखा था
अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपनी सारी खोजो के लिए अपने दिमाग का 13% उपयोग किया था जब की आम इंसान सिर्फ 1% या 2% ही उपयोग कर पता है
अल्बर्ट आइंस्टीन जानते थे कि वो मरने वाले हैं फिर भी उन्होंने अपने काम को जारी रखा था क्यूंकि वो अपनी थ्योरी ऑफ एवरीथिंग को साबित करने की कोशिश कर रहे थे
अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था अगर मधुमक्खी दुनिया की सतह से गायब हो जाती है तो मनुष्य के पास जीने के लिए केवल चार वर्ष होंगे
ज्यूरिख पॉलिटेनिक में अल्बर्ट आइंस्टीन के भौतिक वर्ग की एक मात्र सर्बियाई महिला ने उनसे शादी की थी जिनका नाम मिलेवा मैरिक और उनकी पहली पत्नी थी
अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपने अंतिम शब्द जर्मन में प्रिंसटन अस्पताल की एक नर्स से बोले थे जो जर्मन नहीं बोलती थी और फिर हमेशा के लिए गायब हो गई